झारखण्ड राज्य के रामगढ़ जिला के गोला में एक परिवार अपनी बेटी से इस कदर नाराज हुआ कि जिंदा रहते ही उसका अंतिम संस्कार कर डाला। मामला चक्रवाती गांव का बताया जा रहा है। लड़की पड़ोस के गांव में रहने वाले एक लड़के से प्यार करती थी। दोनों परिवारों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। लिहाजा लड़की और लड़का के परिवार वाले संबंध तोड़ने का दबाव बना रहे थे। इस बीच परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर प्रेमी जोड़े ने मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया। इससे नाराज होकर लड़की के परिवार वालों ने उससे अपना रिश्ता तोड़ लिया। लड़की के स्वजनों को यह प्रेम विवाह पंसद नहीं आया। बेटी जब समझाने के बावजूद लड़का से रिश्ता तोड़ने को तैयार नहीं हुई तो परिजनों ने नाराज होकर उसका पुतला बनाया। उसके पुतले का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद अंतिम संस्कार की दूसरी प्रक्रियाएं भी हिंदू रीति-रिवाज के साथ पूरी की गईं। परिवार के लोगों को एकत्र कर घर के मुखिया ने समझाया कि वह आज से यह मान लें कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में जीवित नहीं है।
8 दिसम्बर से बहेगी तुलसी भागवत नगर शोभायात्रा के साथ कतरास के नदी किनारे नियर सुर्य मंदिर मंदिर में भागवत की व्यार।
8 दिसम्बर से बहेगी तुलसी भागवत नगर शोभायात्रा के साथ कतरास के नदी किनारे नियर सुर्य मंदिर मंदिर में भागवत की व्यार।