2020 में कोरोना महामारी आने से बहुत कुछ बदल गया। कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई, ऑनलाइन खरीदारी, ऑनलाइन क्लासेज, डॉक्टर की ऑनलाइन सलाह और टेलीमेडिसिन का इस्तेमाल अचानक बढ़ गया। लोगों को ज्यादा तेज इंटरनेट की जरूरत महसूस होने लगी। टेलिकॉम कंपनियों ने देश में 5G टेक्नोलॉजी की इस तलब को भांप लिया है। यही वजह है कि पिछले कुछ महीने से 5G से जुड़ी नौकरियां तेजी से बढ़ रही हैं।
डेटा एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबल डेटा के मुताबिक भारत में 5G से जुड़ी वैकेंसी अक्टूबर-दिसंबर 2020 के मुकाबले जनवरी-मार्च 2021 में दोगुना हो गईं। इस फर्म में बिजनेस फंडामेंटल एनालिस्ट अजय थल्लूरी का कहना है कि आने वाले महीनों में हायरिंग बढ़ सकती हैं, क्योंकि 5जी के आने से कई सेक्टर प्रभावित होंगे।
हम यहां बता रहे हैं कि भारत में 5G सर्विस कब लॉन्च होगी? इसकी लॉन्चिंग का क्या असर होगा? 5G से कितनी और किस तरह की नई नौकरियां पैदा होंगी?
इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर स्किल्स की ज्यादा डिमांड
टैलेंट सॉल्यूशन कंपनी Xpheno की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 5G शुरू करने के लिए जल्द ही 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि IP नेटवर्किंग, फर्मवेयर, ऑटोमेशन, मशीन लर्निंग, बिग डेटा एक्सपर्ट, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर्स की डिमांड बढ़ेगी। ज्यादातर भर्तियां टेलिकॉम और IoT कंपनियां करेंगी।
TeamLease सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक साल के आखिर में शुरू होने वाली 5G सेवाओं से न सिर्फ इंटरनेट स्पीड में इजाफा होगा, बल्कि अगले दो साल तक बंपर नौकरियां भी मिलेंगी। इसमें से ज्यादातर जॉब कॉन्ट्रैक्ट पर रहेंगी, लेकिन महामारी की मार से जूझ रहे देश में रोजगार के मोर्चे पर बड़ी राहत मिलेगी। इस फर्म के बिजनेस हेड देवल सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बावजूद टेलिकॉम कंपनियों की सर्विस का विस्तार जारी है।
5G से जुड़ी कुल वैकेंसी में 30% सिर्फ Cisco की
डेटा एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबल डेटा ने जनवरी 2020 से मार्च 2021 के बीच 5G से जुड़ी नौकरियों का एनालिसिस किया है। रिपोर्ट के मुताबिक कुल वैकेंसी का 30% अकेले Cisco ने जारी किया है। ये अमेरिका की एक मल्टीनेशनल कंपनी है जो दुनिया भर में 5G प्रोजेक्ट्स पर 3.6 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर रही है।
दूसरे नंबर पर स्वीडन की फर्म Ericsson है जिसकी 20% वैकेंसी पर हिस्सेदारी है। इसी तरह केपजेमिनी, डेट और हेलवेट-पैकर्ड ने भी 5G से जुड़ी नौकरियां निकाली हैं। भारत में अभी 5G से जुड़ी ज्यादातर हायरिंग ग्लोबल फर्म्स कर रही हैं। जियो, एयरटेल और Vi ने फिलहाल 5G के लिए बड़े पैमाने पर वैकेंसी नहीं निकाली है।
शुरुआत में ट्रांसमिशन स्टेशन इंजीनियर, ड्राइव टेस्ट इंजीनियर व मेंटेनेंस इंजीनियर जैसे पदों पर काम मिलता है। सर्किट डिजाइनर से लेकर स्ट्रैटजिक मास डेवलपर बन सकते हैं। नेटवर्क इंजीनियर, प्रोडक्ट डिजाइनर, डाटाबेस डेवलपर प्रचलित पेशे हैं। मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशन, टेलिकॉम मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर तथा सर्विस में भी रोजगार के अच्छे अवसर हैं।