धनबाद, 2 मार्च, शनिवार को बोकारो स्टील प्लांट में कार्यरत लगभग 20,000 ठेका श्रमिकों को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी, ग्रेच्युटी का लाभ, रात्रि पाली भत्ता, इंसेंटिव रिवॉर्ड दिलवाने सहित बीएसएल द्वारा प्रबंधित सेल चासनाला डिविजन के अंतर्गत सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड से चासनाला डीविजन की विभिन्न क्षेत्रों में सड़क मरम्मत, मेंटेनेंस, अस्पताल मेंटेनेंस, इत्यादि विषय को लेकर युवा सदन के सोशल मीडिया हेड आशीष सिंह सूर्यवंशी ने केंद्रीय विमान एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात किया है। उन्होंने इस विषय को लेकर मंत्री को लिखित आवेदन भी दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से कहा की बोकारो स्टील प्लांट में लगभग 20,000 ठेका मजदूर काम कर रहे हैं इनमें से ज्यादातर ठेका मजदूर प्लांट में स्थाई प्रकृति के हैं. स्टील उत्पादन से लेकर मुनाफा अर्जित करने में ठेका मजदूरों की भूमिका काफी अहम है। ठेका मजदूरों के बिना प्लांट में इस्पात उत्पादन असंभव है। फिर भी ठेका मजदूरों के जायज मांगों को प्रबंधन पूरा नहीं कर रही है। बीएसएल केंद्र सरकार का उपक्रम होने के बावजूद भी इन ठेका मजदूरों को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी नहीं दिया जाता। 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ठेका मजदूरों को सेवानिवृत्त कर दिया जाता है, लेकिन ग्रेच्युटी का लाभ ठेका मजदूरों को नहीं दिया जाता है। ठेका मजदूर अनस्किल्ड मजदूर के रूप में कम पर भर्ती होते हैं और अनस्किल्ड मजदूर में ही रिटायर हो जाते हैं. उनके ग्रेड में कोई परिवर्तन नहीं होता, इन्हें ना तो रात्रि पाली भत्ता, कैंटीन भत्ता, इंसेंटिव भी नहीं दिया जाता है। इसके साथ ही बोकारो इस्पात संयंत्र के सेल डिविजन चासनाला भी अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड का 2% भी सामाजिक दायित्व के रूप में सही से उपयोग नहीं कर रहा है। आशीष ने मंत्री से अनुरोध किया है कि बोकारो स्टील प्लांट से जुड़े 20,000 ठेका मजदूरों को उनका जायज हक दिया जाए, साथ ही बीएसएल-सेल डिविजन को उचित दिशा निर्देश दिया जाए ताकि वह सीएसआर फंड का इस्तेमाल चासनाला के लोगों के हित में करें।
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।
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