धनबाद- सुसनीलेवा, भेलाटाँड़, बगुला, सुगियाडीह, पांडुबकी, कुर्मिडीह के बेरोजगार ग्रामीण भाई-बहनों को रोजगार दिलाने के लिये ह्यूमैनिटी हेल्पिंग हैंड्स, धनबाद (ह्यूमैनिटी टीम) के संस्थापक सह अध्यक्ष गौतम कुमार मंडल के नेतृत्व में ग्रामीणों के साथ पहला बैठक नवनिर्मित बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय एवं धनबाद समाहरणालय के बीच हुआ। जहाँ यहाँ के स्थानीय बेरोजगार युवाओं, युवतियों को कैसे रोजगार से जोड़ा जाए जिसके लिए पांडुबकी पंचायत के पूर्व मुखिया खेमनारायन सिंह के अध्यक्षता में बुद्धिजीवी लोगों ओर युवाओं के बीच हुआ।
जहाँ कार्यक्रम का संचालन झारखण्ड अलग राज्य के आंदोलनकारी बिश्वनाथ मंडल ने किया ओर भूमि बचाने के पूर्व से अभी तक के विषय बस्तु पर चर्चा हुआ।
जहाँ रोजगार के लिए यहाँ के लोग कैसे जुड़े ओर यहाँ इस मुहीम में सबका का सहयोग, समर्थन कैसे मिले और बेरोज़गार ग्रामीण को उनके योग्यता के आधार पर रोज़गार कैसे मिले एवं यहाँ के कुछ खास समस्या जैसे शमशान घाट के लिए रास्ता जैसे बिशेष मुद्दों पर बात बिचार हुआ एवं सभी ने अपना राय बिचार एवं प्रस्ताव रखा।
जहां भारी संख्या में स्थानीय बेरोजगार युवा भाई-बहन युवा साथि रोजगार के लिये एक साथ मिलकर सरकार से रोजगार की मांग करेंगे ओर धनबाद उपायुक्त, कुलपति एवं झारखण्ड सरकार तक अपना बात को रखेंगे और अगर सरकार यहाँ के युवाओं के रोजगार के लिए सहमति जताया तो जनता का विस्वास कायम रहेगा ओर नही माने तो होगा हल्ला बोल, धरना प्रदर्शन, आमरण अनशन। मांगे पूरी नही होने पर होगा धार-दार उग्र आंदोलन। सरकार को देना होगा यहाँ के कल कारखानों, नवनिर्मित सरकारी कार्यालय एवं बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी, धनबाद में धनबाद के स्थानीय बेरोजगार युवा, युवक, युवतियों को रोजगार, उनके शैक्षणिक योग्यता के आधार पर।
सरकारी ज़मीन को भूमाफ़िया से लड़ आंदोलन कर केश खाकर यहाँ के अभिभावको एवं लोगों ने बचाया था सरकारी ज़मीन को जिसमे आज बन रहा हैं विश्वविधालय।
सरकार से पेन ओर पेपर के आधार पर सपोर्ट लेकर इस मुहिम को सफल बनाने के लिए सभी बेरोजगार युवाओं का साथ, सहयोग ओर समर्थन मिल रहा है। बेरोजगार हूँ और इस कोविड 19 कोरोना जैसे महामारी में बेरोजगार के दर्द को सह रहे एवं समझ सकते हैं आप।
जहाँ अपना बिचार रखने वाले मुख्य वक्ता के रूप में शनिचर किस्कु, मधु महतो, सारथी मंडल, इब्राहिम अंसारी, मगन महतो, राजेश मंडल, तासीर अंसारी, हरी टूडू, संतोष मंडल, श्याम मुर्मू, याकूब अंसारी, डॉक्टर बीपी सोरेन, असगर अंसारी, मुद्दीन अंसारी, बिश्वनाथ हेंबरोम, जतन गोप, शक्ति महतो, धर्मवीर गोप, सोमनाथ चक्रवाती, रजित हाजरा, दिनेश दास, अजय महतो, परमेश्वर हेंबरोम, कैलाश महतो, किशन तुरी, मोहम्मद जलालुद्दीन, जॉन स्मिथ, उमेश मंडल, दीपक कर्माकर, भक्तु गोप, मुकेश मंडल, किशन हाजरा, आकाश, बाना महतो, पीयूष, अभिनाश सिंह, गुड्डु यादव, अमित रवानी, जय प्रकाश हेंबरोम, राजा दास, राहुल मुर्मू, रंजित मंडल, काजल मंडल, अजित हेमबरम, बजरंग हाजरा गौतम महतो सहित भारी संख्या में पहला मीटिंग में लगभग 200 के संख्या में बुद्धिजीवी ग्रामीण एवं बेरोज़गार युवा स्थानीय ग्रमीण मौजूद थे।
आगे की रूप रेखा के लिए बैठक बहुत जल्द।


