सिंदरी (घनबाद)24सितम्बर ।21सितम्बर से 24सितम्बर तक प्रांतीय खेलकूद का आयोजन
Dhanbad:दीप प्रज्वलन एवं वंदना के साथ समापन समारोह प्रारंभ हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि राज सिन्हा (विधायक धनबाद ) विशिष्ट अतिथि कृपा शंकर शर्मा (राष्ट्रीय सचिव विद्या भारती खेल परिषद )अजीत कुमार मिश्रा (अध्यक्ष सरस्वती विद्या मंदिर सिंदरी )डॉ राजीव वर्मा (उपाध्यक्ष सरस्वती विद्या मंदिर सिंदरी) शशि भूषण कुमार गुप्ता (सचिव सरस्वती विद्या मंदिर सिंदरी) महेंद्र यादव (कोषाध्यक्ष सरस्वती विद्या मंदिर सिंदरी) विवेक नयन पांडेय(विभाग प्रमुख धनबाद) गौरी शंकर सिंह (प्रांतीय खेलकूद प्रमुख) फनीन्दनाथ विभाग निरीक्षक आदि उपस्थित थे।
34वां प्रांतीय खेलकूद समारोह एथलेटिक्स 2023 का ओवरआल चैंपियनशिप राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर धनबाद को मिला।
परिणाम कमश: हैं (वर्ग सह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन)
बाल वर्ग (भैया)
बसिया 29 अंक प्रथम
राजकमल 22अंक द्वितीय (तीन गोल्ड)
रतनपुर टुंडी 22अंक तृतीय (दो गोल्ड)
बाल वर्ग (बहन)
राजकमल धनबाद 32 अंक
रतनपुर टुंडी 21 अंक
कुंडली ओरमांझी 12 अंक
तरुण वर्ग (बहन)
सीनिडीह 69 अंक
राजकमल धनबाद 42 अंक
कुम्हारटोली 31 अंक
तरुण वर्ग (भैया)
राजकमल 42 अंक
बाघमारा 39 अंक
मनोहरलाल लोहरदगा 35 अंक
किशोर वर्ग (बहन)
राजकमल धनबाद 43 अंक
कुम्हारटोली 36 अंक
सीनिडीह 26 अंक
किशोर वर्ग भैया
गुमला 32 अंक (तीन गोल्ड)
बसिया 32 अंक(दो गोल्ड)
ललमटिया 21 अंक
एक समय था जब एक ही व्यक्ति दौर प्रारंभ करवाता फिर उसे फिनिशिंग प्वाइंट पर बच्चों से पहले पहुंचकर प्रथम द्वितीय और तृतीय का फैसला लेना पड़ता था। आज तकनीकी ज्ञान आवश्यक है इसके द्वारा हम जीत प्राप्त कर सकते हैं। एसजीएफआई में हमें दो बार स्वच्छता एवं अनुशासन के लिए पुरस्कार प्राप्त हो चुका है । कोरोना से पहले विद्या भारती को सीजीएफआई में एक राज्य की मान्यता प्राप्त है और विद्या भारती को खेलकूद में छठा स्थान प्राप्त हुआ था।विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में आंदोलन लाने का कार्य कर रही है । हमारे पास सबसे बड़ी संख्या में पूर्व छात्रों की संख्या है। जिस कारण हमारा नाम गिनीज बुक में लिखा गया। खेल हमारे स्वाभिमान एवं संस्कार को जाग्रीत करती है ।हम खेल में हारते हैं फिर अभ्यास के माध्यम से अगली प्रतियोगिता में जीत हासिल करते हैं। यह बतलाता है कि यदि हम बुरा करें तो हमारी हार होगी और यदि अपने अंदर अच्छाई लायें तो हमारी जीत होगी। यह हमारे पुन:जन्म एवं कर्म को बतलाता है।खिलाड़ी के अंदर सहयोग एवं देश के लिए जीने की भावना होनी चाहिए। आप भैया बहन अभ्यास करें और अभ्यास करें सफलता आपकी कदम चूमेगी। और 17 से 19 अक्टूबर तक रजरप्पा में क्षेत्रीय प्रतियोगिता में आपकी जीत निश्चित हैl
राज सिन्हा ने कहा हमारे अंदर सामाजिक अनुशासन सहयोग की भावना का विकास खेल के माध्यम से होता है। खेल में कोई अमीर गरीब नहीं होता ना कोई उच्च ना कोई नीच सभी समान होते हैं सभी का सिर्फ एक लक्ष्य होता है वह है जीत और इससे प्रेरणा पाकर हम भैया बहन सभी क्षेत्रों में जीत हासिल कर भारत को परम वैभव तक पहुंचाएंगे ।खिलाड़ी कभी नहीं हारता वह या तो जीतता है या फिर सीखता है।
34वें खेलकूद समारोह संपन्न होने पर प्राचार्य सुनील कुमार पाठक सर्वव्यवस्था प्रमुख बचनेश्वर ठाकुर तथा भास्कर झा ने विद्यालय परिवार को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।