गया में नशा का जो हुआ शिकार, उजड़ा उसका घर परिवार” यह लोकोक्ति नशा के किसी भी सेवन के परिणाम को अक्षरशः परिभाषित करता है। नशा की लत किसी आदमी हीं नहीं अपितु पूरे समाज को खोखला कर सकती है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में क्षणिक सुख की खोज में आज के युवा पीढ़ी नशे के विभिन्न स्वरूपों यथा हेरोइन, चरस, गांजा, अफ़ीम इत्यादि के शिकार होते जा रहे हैं जिसका दुष्प्रभाव नैतिक, सामाजिक पतन एवं आए दिन घरेलू हिंसा अथवा अपराधिक गतिविधियों के रूप में नजर आता है। अंतर्राष्ट्रीय नशा एवं अवैध मादक पदार्थ व्यापार विरोध दिवस के अवसर पर लोगो में नशा विरोध के प्रति जागरूकता अभियान के उद्देश्य से एयरपोर्ट पर तैनात सीआईंएसएफ के अधिकारियों एवं बल सदस्यों द्वारा एयरपोर्ट परिसर में नशा विरोधी संदेश का बैनर लेकर मार्च किया गया है। इसके अलावा एयरपोर्ट गेट एवम् इकाई लाईन बाहरी द्वार पर विश्व नशा मुक्ति विरोधी बैनर लगाए गए। इस अभियान में इंस्पेक्टर सुधांशु कुमार,महिला उपनिरीक्षक रत्ना कुमारी,रमना कुमारी,उपनिरीक्षक एम के गुप्ता,पी सी सेन, माधवेन्द्र पाठक सहित अन्य बल सदस्यों ने हिस्सा लिया ।

