फोटो : पुलिस प्रशासन से बात करती मुखिया सह प्रधान रेखा देवी व अन्य
चौपारण प्रखण्ड के पाण्डेयबारा मुखिया सह प्रधान रेखा देवी ने ग्राम आरापगार के रैयतों को मुआवजा दिलाने के लिए जीटी रोड पर उतर कर पुलिस प्रशासन व सिक्स लेन निर्माणकर्ता का विरोध कि। उन्होंने कही कि पहले जीटी रोड के दोनों तरफ बसे रैयतों को मुआवजा दे, उसके बाद ही निर्माण कार्य करें। उन्होंने एनएचआई और जिला भू-अर्जन पर मनमर्जी करने का आरोप लगाते हुए जिला उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद से गुहार लगाया कि आरापगार,पवई,नरैना के रैयतों में से कुछ को मुआवजे के लिए नोटिस दिया गया हैं जबकि अधिकतर लोगों को नोटिस भी नही दिया है। इसके बाद भी जबरदस्ती कार्य करने के लिए मशीन उतार दिया है। उन्होंने निर्माणकर्ता पर धमकी देते हुए जबरन काम करने का आरोप लगाया है। वही नोटिस मिलने के बाद मुआवजा के लिए कागजात जमा करने वाले रामधनी साव, महेश साव, उर्मिला देवी, रामवृक्ष प्रसाद, नरेश हलुवाय, मसोमात सोशिला, अशोक हलवाई, बदरी प्रसाद, रामसेवक राम, कपिलदेव राम, डोमन राम, रेवा राम, रामावतार राणा, प्रकाश राणा, प्रमेश्वर राणा, प्रेम यादव, जोधी साव ने मुखिया सह प्रधान रेखा देवी, वार्ड सदस्य लालबहादुर पांडेय के समक्ष शिकायत किया कि नोटिस के आधार पर मुआवजे के लिए छह माह से जिला भू-अर्जन कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं। पर वहां के कर्मी मुआवजा का 10 प्रतिशत नगद राशि लेकर आने पर मुआवजा बैंक में भेजने की बात करते है। ग्रामीण रैयतों की बात सुन प्रधान रेखा एवं वर्डसद्स्य पांडेयबारा में रविवार को बैठक कर रणनीति बनाई गई, वही उन्होंने बताया कि तुलो साव, रामविलास प्रसाद, रामचंद्र साव,छत्रधारी गोप, रामसहाय यादव, हेमू यादव, मनोहर राम, कोकिल साव, लव कुमार राणा, रामविलास प्रसाद, सत्या देवी को अभी तक नोटिस भी नही मिला है और इनके आशियाना को हटाने की धमकी दिया जा रहा है। मुखिया सह प्रधान रेखा व वार्ड सदस्य पांडेय ने जिला उपायुक्त से जांच कर करवाई करने की मांग की हैं

