नई दिल्ली : सांसद के दोनों सदनों के सदस्य आज देश के अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव करेंगे. मतदान की प्रक्रिया 10 बजे से शुरू होने वाली है. पांच बजे तक मतदान होगा, इसके बाद वोटों की गिनती की जाएगी. आज ही नतीजे भी आ जाएंगे. 11 अगस्त को नए उपराष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा. राजग उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा मैदान में हैं. सांसदों की संख्या के लिहाज से राजग उम्मीदवार जगदीप धनखड़ की जीत तय मानी जा रही है.
संसद के दोनों सदनों में कुल मिलाकर 788 सदस्य हैं. राज्यसभा में अभी 8 सीटें खाली हैं. हर सदस्य के वोट का मूल्य एक है. यानी 780 वोट में से जिसे भी 391 वोट मिलेंगे वो जीतेगा. लोकसभा में भाजपा के पास 303 सदस्य हैं, जबकि राज्यसभा में उसके सदस्यों की संख्या 91 है. इसका अर्थ है कि भाजपा बिना किसी अन्य दल की मदद के अपने उम्मीदवार को जिताने में सक्षम है. भाजपा के लिए कई दलों ने धनखड़ के समर्थन की घोषणा भी की है. इसमें मनोनीत सदस्य भी वोट डालते हैं।
अभी तक की सूचना के अनुसार विपक्ष की प्रत्याशी अल्वा को कांग्रेस के 84, डीएमके के 34, एनसीपी के नौ, आरजेडी के छह, समाजवादी पार्टी के छह, टीआरएस के 16, आम आदमी पार्टी के 10, झामुमो के तीन सदस्य वोट दे सकते हैं. इस तरह से अल्वा के पक्ष में 168 वोट आसानी से मिल सकते हैं. यह विजय के आंकड़े से काफी कम है.
मालूम हो कि उपराष्ट्रपति का चुनाव अनुपातिक प्रतिनिधि पद्धति से किया जाता है. इसमें वोटिंग सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम से होती है. आसान शब्दों में इस चुनाव के मतदाता को वरीयता के आधार पर वोट देना होता है. मसलन वह बैलट पेपर पर मौजूद उम्मीदवारों में अपनी पहली पसंद के उम्मीदवार को एक, दूसरी पसंद को दो और इसी तरह से अन्य प्रत्याशियों के आगे अपनी प्राथमिकता नंबर के तौर पर लिखता है. ये पूरी प्रक्रिया गुप्त मतदान पद्धति से होती है. मतदाता को अपनी वरीयता सिर्फ रोमन अंक के रूप में लिखनी होती है. इसे लिखने के लिए भी चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए खास पेन का इस्तेमाल करना होता है.
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